सपा ने जारी की तीसरी लिस्ट, जानें कितने मुस्लिम प्रत्याशियों पर खेला दांव
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) के लिए समाजवादी पार्टी ने 56 प्रत्याशियों की तीसरी लिस्ट जारी कर दी है. इस लिस्ट में भी मुस्लिम कैंडिडेट का दबदबा दिखा है. सपा प्रमुख और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने इस बार 10 मुस्लिम मैदान में उतारे हैं, जिसमें गजाला लारी (Ghazala Lari) का भी नाम शामिल है. इसके अलावा इलाहाबाद की फूलपुर से मुर्तजा सिद्दीकी, अमेठी की तिलोई से नईम गुर्जर, आजमगढ़ की गोपालपुर से नफीस अहमद और निजामाबाद से आलमबंदी समेत कई नेताओं पर दांव खेला है.
इससे पहले यूपी की सत्ता पर फिर से काबिज होने की जोड़तोड़ में लगी सपा ने अपनी 159 प्रत्याशियों की पहली लिस्ट में 30 सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था. हालांकि दूसरी लिस्ट में मुस्लिम प्रत्याशी कम नजर आए और 39 नामों में एक मुस्लिम प्रत्याशी था. इस लिस्ट में बहराइच से यासिर शाह पर दांव खेला था.
बहरहाल, समाजवादी पार्टी प्रमुख और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अब तक 41 मुस्लिम प्रत्याशियों पर दांव खेला है. जबकि अभी काफी संख्या में सीटों का ऐलान होना बाकी है. यही नहीं, उन्होंने अपने पिता और यूपी के पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव की तरह मुस्लिम और यादव समीकरण पर फोकस किया है. हालांकि सपा की लिस्ट में ओबीसी के साथ दलित नेताओं को भी भारी संख्या में टिकट दिए गए हैं, लेकिन चर्चा मुस्लिम और यादव समीकरण की हो रही है.
तीसरी लिस्ट में ये मुस्लिम चेहरे
1. दाउद अहमद, मोहम्मदी, लखीमपुर
2.नईम गुर्जर, तिलोई, अमेठी
3. मुर्तजा सिद्दीकी, फूलपुर, इलाहाबाद
4.फरीद महफूज किदवई, रामनंगर, बाराबंकी
5.सईदा खातून, डुमरियागंज, सिद्धार्थनगर
6.गजाला लारी, रामपुरकारखाना, देवरिया
7. नफीस अहमद, गोपालपुर, आजमगढ़
8.आलमबंदी, निजामाबाद, आजमगढ़
9. जियाउद्दीन रिजवी, सिकंदरपुर, बलिया
10.जाहिद बेग, भदोही, भदोही
देवरिया की रामपुर कारखाना विधानसभा सीट 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई थी. साल 2012 के चुनाव में यहां से गजाला निर्वाचित हुई थीं. तब उन्होंने निर्दलीय गिरिजेश शाही उर्फ गुड्डू को सात हजार से अधिक वोटों से हराया था. हालांकि कानपुर की मूल निवासी गजाला लारी ने सियासत की शुरुआत बसपा से की थी. अपने पति मुराद लारी के निधन के बाद उनकी सीट सलेमपुर से जीतकर 2002 में विधानसभा पहुंची थीं. विधायक रहते उन्होंने आगरा कैंट से बसपा विधायक चौधरी बशीर से 2003 में निकाह किया था. दोनों को एक संतान भी हुई. बाद में दोनों मुलायम सिंह यादव के साथ चले गए.
मुलायम ने बशीर को मंत्री के दर्जे से भी नवाजा, लेकिन कुछ दिन बाद वह बगावती हो गए. गजाला सपा में ही बनी रहीं. जब 2012 में रामपुर कारखाना से जीतकर गजाला लखनऊ पहुंचीं तभी चौधरी बशीर ने तलाकनामा भेज दिया था. दोनों का तलाक उन दिनों अखबारों की सुर्खियों में रहा था. जबकि 2017 में भाजपा प्रत्याशी कमलेश शुक्ला को 62886 वोट मिले थे. सपा प्रत्याशी गजाला लारी को उन्होंने 9987 वोटों से हराया था. गजाला को 52899 वोट मिले थे.